एन्युइटी क्या है? वार्षिकी पेंशन प्लान के प्रकार

एन्युइटी क्या है? वार्षिकी पेंशन प्लान के प्रकार

एन्युइटी (वार्षिकी) योजनाएं किसी व्यक्ति को जीवन के चरण (जिसमें वह अपने मूल जीवन व्यय को कवर करने के लिए काम नहीं कर सकता है) में पहुंचने पर वित्तीय सहायता प्रदान करती हैं। रिटायरमेंट के बाद, हर कोई नियमित आय स्रोत चाहता है यही कारण है कि कई नियोक्ता अपने कर्मचारियों के लिए नियमित आय स्रोत प्रदान करने के लिए व्यावसायिक पेंशन योजनाएं स्थापित करते हैं। यह उन लोगों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है जिनके नियोक्ता व्यावसायिक पेंशन योजनाएं प्रदान नहीं करते हैं। सेवा-निवृत्ति होने के बाद एक परेशानी मुक्त जीवन जीने के लिए हमें आज से ही योजना बनानी चाहिए। आज के इस पोस्ट में हम देखेंगे की एन्युइटी और वार्षिकी पेंशन प्लान के प्रकार क्या हैं?

वार्षिकी (Annuity) योजनाएं और जीवन बीमा योजना पूरी तरह से अलग अवधारणाएं हैं। जीवन बीमा निर्दिष्ट घटना (उदाहरण के लिए बीमाधारक की मृत्यु के मामले में नामांकित व्यक्ति को मृत्यु लाभ प्राप्त होते हैं) के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करती है; जबकि वार्षिकी योजनाओं में सालाना, मासिक, त्रैमासिक, अर्ध-वार्षिक या वार्षिक आधार पर नियमित आय प्राप्त होती है।

हालांकि, एक वार्षिकी योजना खरीदना किसी व्यक्ति के लिए बहुत जरूरी है (अगर उसकी नौकरी रिटायरमेंट पर पेंशन सेवा प्रदान नहीं करती है तो) लेकिन यह जाने बिना नहीं कि “कौन सी एन्युइटी योजना खरीदनी चाहिए?”

यदि कोई ऐसा करता हैं तो उसको या उसके प्रियजनों को परेशानी हो सकती है। उदाहरण के लिए अगर किसी के पति/पत्नी है और उसने ऐसी पेंशन योजना (जिसमें एन्युइटेंटकी मृत्यु होने पर एन्युइटी समाप्त हो जाती है) खरीदी है तो उसके/उसकी पति/पत्नी को उसकी मृत्यु पर वित्तीय समस्याएं आ सकती हैं क्योंकि उन्हें एन्युइटी लाभ मिलने बंद हो जाएंगे। इसलिए वार्षिकी पेंशन प्लान के प्रकार ध्यान से चुनना चाहिए।

एन्युइटी क्या है? – पेंशन योजना

एन्युइटी प्लान में हम एक बार में या मासिक रूप से लंबे समय के लिए निवेश करते हैं। इस निवेश को आगे बीमा कंपनी अलग-अलग जगह पर निवेश कर देती है और प्लान की अवधि खत्म होने पर कमाया गया मुनाफा एन्युइटेंट (annuitant) को वार्षिक/मासिक/त्रैमासिक/अर्ध-वार्षिक अवधि के हिसाब से वापिस करती रहती है।

जिससे एन्युइटेंट रिटायरमेंट के बाद अपनी आर्थिक जरूरतो को पूरा कर पाता है। साधारण भाषा में रिटायरमेंट के बाद निश्चित आमदनी प्राप्त करने के लिए हम पेंशन प्लान ले सकते हैं।

एन्युइटी प्लान किसको लेना चाहिए?

एन्युइटी प्लान में कोई भी निवेश कर सकता है लेकिन यह उन लोगों के लिए ज्यादा फायदेमंद होता है जिनको रिटायरमेंट के बाद एंपलॉयर द्वारा पेंशन सुविधा प्रदान नहीं की जाती। कोई व्यक्ति एक अच्छे पेंशन प्लान के प्रकार से अपनी रिटायरमेंट प्लानिंग कर सकता है। ऐसा करने से जब वह व्यक्ति रिटायर होगा तो उसे हर महीने या उसकी तय की गई अवधि पर बीमा कंपनी द्वारा पैसे दिए जाएंगे।

हम सब एक दिन ऐसी उम्र में आते हैं जब हम काम नहीं कर पाते और हमें अपनी आर्थिक जरूरतों को पूरा करने के लिए दूसरों की सहायता पड़ सकती है। लेकिन अगर हमारे पास पेंशन प्लान हो तो हमारा बाकी का जीवन अच्छी तरह गुजर सकता है।

अगर कोई व्यक्ति ऐसी नौकरी करता है जिस पर उसको रिटायरमेंट के बाद पेंशन सुविधा उपलब्ध है तो वह व्यक्ति निश्चिंत होकर रिटायर हो सकता है और अपनी बाकी की ज़िंदगी आसानी से और खुशी से काट सकता है।

लेकिन दूसरी तरफ अगर किसी की नौकरी में पेंशन सुविधा नहीं है तो ऐसे व्यक्ति को रिटायरमेंट के बाद पैसे की कमी होने के कारण मुश्किलें आ सकती है। ऐसे में रिटायरमेंट से पहले एन्युइटी प्लान में निवेश करके अपने लिए नियमत आमदनी का इंतजाम किया जा सकता है।

हर कोई व्यक्ति अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा और अच्छे संस्कार देता है और उम्मीद करता है कि उसके बुढ़ापे में उसके बच्चे उसका वैसा ही ख्याल रखेंगे जैसे वह उनका रख रहा है। लेकिन फिर भी यह देखा जाता है कि कुछ बच्चे मां-बाप का अच्छी तरह से ख्याल नहीं रखते और यहां तक कि उन्हें वृद्ध आश्रम तक भेज देते हैं।

इसलिए हमें अपने बुढ़ापे के लिए ऐसा इंतजाम करना चाहिए कि हम आर्थिक तौर पर किसी पर निर्भर ना हो। ऐसा एक अच्छी रिटायरमेंट प्लानिंग करके किया जा सकता है या जिनके पास फाइनेंसियल प्लानिंग की कमी है वह एक अच्छे पेंशन प्लान के प्रकार से ऐसा कर सकते हैं। ज्यादा जानकारी के लिए अपने फाइनैंशल प्लानर से बात करें।

वार्षिकी पेंशन प्लान में कब निवेश किया जा सकता है?

जब आप ऐसी उम्र में आ जाए कि आपको रिटायरमेंट प्लानिंग की जरूरत पड़ जाए तो आप एन्युइटी में इन्वेस्ट कर सकते हैं। जिससे कि आपको रिटायरमेंट के बाद रेगुलर इनकम आनी शुरू हो जाएगी।

अगर किसी ने रिटायरमेंट प्लानिंग नहीं की है तो वह अपने रिटायरमेंट के बाद भी एन्युइटी में निवेश कर सकता है। पेंशन प्लान के प्रकार ऐसा करने देते हैं।

पेंशन योजना के फायदे

  • एन्युइटी को फिक्स डिपॉजिट या रेकरिंग डिपॉजिट स्कीम से अच्छा माना जाता है क्योंकि इसमें ज्यादा रिटर्न मिलते हैं।
  • इसमें निवेश करने से कर लाभ भी मिलते हैं।
  • रिटायरमेंट के बाद नियमित इनकम मिलनी शुरू हो जाती है जिससे बुढ़ापे में पैसे की कमी के कारण आने वाली मुश्किलें नहीं देखनी पड़ेगी।
  • ऐसी स्कीमो में लंबे समय तक निवेश करने से बहुत अच्छे रिटर्न मिलते हैं जो आमतौर पर दूसरी फिक्स्ड डिपॉजिट जैसी स्कीमों में नहीं मिलते। अच्छी रिटर्न पाने के लिए एक अच्छे पेंशन प्लान के प्रकार में निवेश करने की जरूरत होती है
एन्युइटी क्या है? वार्षिकी पेंशन प्लान के प्रकार

वार्षिकी पेंशन प्लान के प्रकार

यहां विभिन्न पेंशन प्लान के प्रकार के बारे में बताया गया है और आप इनमें से अपने लिए एक प्लान चुन सकते हैं।

डेफर्ड एन्युइटी पेंशन योजना

इस वार्षिकी पेंशन योजना के प्रकार में रिटायरमेंट से पहले निवेश करना शुरू कर दिया जाता है (निवेश की अवधि एन्युइटेंट तय करता है) जिससे व्यक्ति की रिटायरमेंट तक उसके प्लान में इतने पैसे इकट्ठे हो जाते हैं कि बीमा कंपनी उसको रिटायरमेंट के बाद रेगुलर मासिक पेंशन प्रदान करना शुरू कर देती है।

रेगुलर इनकम की अवधि सीमित समय तक हो सकती है या यह जीवन भर भी हो सकती है। ऐसी योजनाओं में पति की मृत्यु के बाद एन्युइटी पत्नी को मिलनी शुरू हो जाती है।

डेफर्ड एन्युइटी योजना में, निर्दिष्ट अवधि (10 साल, 15 साल या 20 साल के बाद) की समाप्ति के बाद एन्युइटेंट (annuitant) हर वर्ष (मासिक, त्रैमासिक, अर्ध-वार्षिक भी हो सकता है, अवधि योजना लेने के वक्त तय की जाती है) नियमित आय प्राप्त करता है।

नियमित आय प्राप्त करने के लिए पहले एन्युइटेंट एक निश्चित अवधि के लिए धन निवेश करता है और बीमा कंपनी उसके निवेश को आगे अलग-अलग जगह पर निवेश करती है।

निवेश की अवधि को एकम्यूलेशन पीरियड और एन्युइटी मिलने की अवधि को पेआउट या लिक्विडेशन पीरियड कहा जाता है।

डेफर्ड एन्युइटी योजना उन लोगों के लिए उपयुक्त है जिनके पास रिटायरमेंट में कुछ समय है उदाहरण के लिए मान लें कि जॉन की वर्तमान उम्र 25 वर्ष है और उसकी सेवानिवृत्ति की उम्र 45 वर्ष है इस परिदृश्य में, जॉन डेफर्ड एन्युइटी योजना का चयन कर सकते हैं क्योंकि वह काम कर रहा है और उसके रिटायरमेंट में अभी बहुत समय है।

इमीडियेट एन्युइटी प्लान

इस पेंशन योजना के प्रकार में जैसा कि नाम से पता चलता है कि तत्काल जरूरतों को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इमीडियेट एन्युइटी योजना का लाभ उठाने के लिए एन्युइटेंट (annuitant) को एक बार में ही निवेश करना होता है और निवेश करने के 6 महीने या 1 साल के बाद बीमा कंपनी से पेंशन प्लान लाभ मिलने शुरू हो जाते है।

यह पेंशन योजना उन लोगों के लिए सही होती है जिनकी रिटायरमेंट का समय बिल्कुल नजदीक आ गया होता है या वह रिटायर हो चुके हैं।

पेंशन मिलने के आधार पर एन्युइटी योजनाएं

लाइफ एन्युइटी (Life Annuity)

इस पेंशन प्लान के प्रकार में एन्युइटेंट जीवन भर के लिए पेंशन प्राप्त करता है। कुछ लाइफ एन्युइटी योजनाएं नॉमिनी को एन्युइटेंट की मौत पर आवधिक भुगतान देती हैं; लेकिन शुद्ध लाइफ एन्युइटी में एन्युइटेंट की मौत पर लाभ मिलने समाप्त हो जाते है।

निश्चित एन्युइटी (Annuity Certain)

यह पेंशन योजना कुछ निश्चित अवधि के लिए आवधिक भुगतान प्रदान करती है। एन्युइटी सर्टेन एन्युइटेंट की मौत पर रुकता नहीं है। अगर एन्युइटेंट की मृत्यु हो जाती है तो लाभार्थी को आवधिक भुगतान प्राप्त होना शुरू हो जाता है।

ज्वाइंट लाइफ एन्युइटी (Joint Life Annuity)

संयुक्त जीवन वार्षिकी में, एन्युइटेंट जीवनकाल आवधिक भुगतान प्राप्त करता है और उसकी मृत्यु होने पर एन्युइटी का 50% (लगभग) पति/पत्नी को भुगतान किया जाता है। यह उल्लेखनीय है कि अगर नॉमिनी एन्युइटेंट से पहले मर जाता है तो फिर एन्युइटेंट की मौत पर पेंशन प्लान समाप्त हो जाएगी।

गारंटीड एन्युइटी (Guaranteed Annuity)

गारंटीड एन्युइटी योजना में, वार्षिकी कुछ समय के लिए अपने पैसे का निवेश करता है और निश्चित आवधिक भुगतान प्राप्त करता है। इस पेंशन प्लान के प्रकार में बीमा कंपनी निवेश से जुड़े हुए सभी जोखिमों को खुद देखती है। निवेश में चाहे फायदा हो या नुकसान हो इसका एन्युइटेंट पर कोई असर नहीं पड़ता है उसको तय किए गए लाभ जरूर मिलते हैं।

वेरिएबल एन्युइटी (Variable Annuity)

वेरिएबल एन्युइटी योजना आवधिक भुगतान में उतार चढ़ाव प्रदान करती है। इस पेंशन प्लान के प्रकार के मामले में भुगतान तय नहीं होते कभी-कभी एन्युइटेंट उच्च भुगतान प्राप्त कर सकता है और कुछ बार कम भुगतान मिल सकता है। संक्षेप में, एन्युइटेंट उसकी जमा राशि से संबंधित सभी जोखिमों को खुद देखता है।

यह एन्युइटी प्लान दूसरी योजनाओं से कुछ ज्यादा जोखिम भरी होती है लेकिन इसमें ज्यादा लाभ मिलने के भी मौके होते हैं।