nifty-live-trading

कवर ऑर्डर

कवर ऑर्डर एक मार्केट ऑर्डर होता है जिसे स्टॉप लॉस ऑर्डर के साथ प्लेस किया जाता है जिसके कारण यह निवेशक के लिए कम जोखिम पूर्ण साबित होता है। कवर ऑर्डर में निवेशक द्वारा संभावित जोखिम का आकलन पहले ही किया जा सकता है, इसलिए इसमें मार्जिन की आवश्यकता कम होती है एवं निवेशक को अधिक लिवरेज प्राप्त होता है। स्टॉप लॉस को किसी भी स्थिति में रद्द नहीं किया जा सकता है इसमें केवल बदलाव किए जा सकते हैं।

उदाहरण के तौर पर मान लीजिए एक निवेशक किसी कंपनी A के 1000 शेयर ₹500 प्रति शेयर की कीमत पर खरीदने के लिए कवर ऑर्डर प्लेस करता है एवं इस कवर ऑर्डर के लिए ₹480 स्टॉप लॉस प्लेस करता है। इस प्रकार इस निवेश में निवेशक को ₹1000[(500-480)x500] के उच्चतम संभावित जोखिम का सामना करना पड़ सकता है।

कवर ऑर्डर का उपयोग शॉर्ट ट्रेड एवं लोंग ट्रेड में किया जा सकता है। कवर ऑर्डर निवेशकों के लिए एक अत्यंत लाभदायक साधन है क्योंकि इसमें सभी कवर ऑर्डर 3:20 p.m. पर अपने आप ही स्क्वायर ऑफ हो जाते हैं।

कवर ऑर्डर निवेशकों के लिए निम्न प्रकार से फायदेमंद है:

अधिकतम लाभ: कवर ऑर्डर निवेशकों को अत्यधिक लाभ प्रदान प्राप्त करने में मदद करता है क्योंकि स्टॉपलॉस जोखिम को एवं मार्जिन की आवश्यकता को कम करते हैं।

अनुशासन: कवर ऑर्डर निवेशकों को अनुशासित ढंग से ट्रेडिंग करने में मदद करता है क्योंकि कवर ऑर्डर में प्रत्येक ट्रेडिंग स्टॉपलॉस के साथ की जाती है एवं स्टॉपलॉस को किसी भी स्थिति में रद्द नहीं किया जा सकता है, इसमें केवल बदलाव किए जा सकते हैं।

न्यूनतम जोखिम: कवर ऑर्डर निवेशकों को न्यूनतम जोखिम प्रदान करता है क्योंकि स्टॉपलॉस के उपयोग के द्वारा निवेशक अपने जोखिम को सीमित कर सकते हैं और निवेशक को निरंतर शेयर मार्केट के उतार-चढ़ाव की ओर ध्यान देने की भी आवश्यकता नहीं होती है।

अत्यधिक लिवरेज: कवर ऑर्डर निवेशकों को अत्यधिक लिवरेज भी प्रदान करता है क्योंकि स्टॉप लॉस जोखिम को सीमित करता है। साधारण आर्डर की अपेक्षाकृत कवर ऑर्डर में जोखिम की संभावना ना के बराबर होती है इसलिए निवेशक अत्यधिक लिवरेज प्राप्त कर सकता है। इक्विटी पर यह लिवरेज 20 से 30 गुना तक देखी जा सकती है।

कवर ऑर्डर निवेशकों के लिए किस प्रकार नुकसानदायक है?